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राजस्थान में मूसलाधार बारिश का कहर – जनजीवन अस्त-व्यस्त, कई मकान गिरे, जान-माल का भारी नुकसान

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1 अगस्त 2025 , राजस्थान के अधिकांश जिलों में बीते 24 घंटों से हो रही लगातार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। धौलपुर, झुंझुनूं, जयपुर, भीलवाड़ा, नागौर, भरतपुर, अलवर, और अब श्रीगंगानगर में भी बारिश का असर तेज़ी से बढ़ा है। कच्चे-पक्के मकानों के गिरने, सड़कों पर जलभराव, स्कूलों की छुट्टियाँ और जन-धन की हानि के समाचार प्रदेशभर से लगातार सामने आ रहे हैं।


भारी नुकसान: मकान गिरे, दीवारें ढहीं, लोग बेघर

जयपुर, भरतपुर, धौलपुर और श्रीगंगानगर जिलों से कच्चे और पक्के मकानों के गिरने की पुष्टि हुई है।
जयपुर के सांगानेर में एक कच्चा मकान गिरा, जिसमें एक महिला घायल हो गई।
भरतपुर में दीवार ढहने से दो बच्चों को हल्की चोटें आईं।
धौलपुर के बारी और राजाखेड़ा इलाकों में 6 कच्चे और 2 पक्के मकान ढह गए।

श्रीगंगानगर में बारिश के कारण दो पक्के मकान आंशिक रूप से ढह गए, जिससे एक बुजुर्ग महिला और एक किशोर घायल हुए। घटना सूरतगढ़ तहसील के पास की है, जहाँ 24 घंटे में 95 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। वहां कई कॉलोनियों में जलभराव होने से लोग घरों में कैद हो गए हैं।

कई प्रभावितों को स्थानीय पंचायत भवनों, स्कूलों और धर्मशालाओं में अस्थायी रूप से स्थानांतरित किया गया है।


जलभराव व सड़कें लबालब

जयपुर, झुंझुनूं, श्रीगंगानगर और भीलवाड़ा में मुख्य सड़कों पर पानी भर गया है। सांगानेर और वैशाली नगर जैसे इलाकों में गाड़ियाँ बंद पड़ी हैं।

श्रीगंगानगर की विनोबा बस्ती, पुरानी आबादी क्षेत्र, और रायसिंह नगर रोड पर जलभराव के चलते ट्रैफिक प्रभावित हुआ। कई दुकानों में पानी घुस गया।


प्रशासन व राहत टीमें सक्रिय

मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने सभी कलेक्टरों और आपदा प्रबंधन इकाइयों को तत्काल राहत व बचाव कार्य करने के निर्देश दिए हैं।

धौलपुर में SDRF और सेना की तैनाती की गई है। चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

श्रीगंगानगर में जिला प्रशासन ने नगर परिषद और सिविल डिफेंस की टीमों को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया है। 17 मोटर पंप, 4 ट्रैक्टर, और 2 नाव राहत कार्यों में लगाए गए हैं।


स्कूलों की छुट्टियाँ और चेतावनी

राज्य सरकार ने 17 जिलों (जिसमें श्रीगंगानगर भी शामिल है) में भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है।


सरकारी ढांचे की पोल खुली

जयपुर के अनी बेसेंट हॉस्टल की छत का प्लास्टर गिरा।

सांगानेर के कई सरकारी भवनों में पानी भर गया और दीवारें भीगकर दरारों से भर गई हैं।

श्रीगंगानगर नगर परिषद के वार्ड 14 में एक सामुदायिक केंद्र की छत टपकने लगी, जिससे राहत शिविर के तौर पर उसका उपयोग रोकना पड़ा।


रिकॉर्ड वर्षा: 69 वर्षों का उच्चतम आंकड़ा

जुलाई 2025 में 285 मिमी वर्षा हुई — यह 1956 के बाद सर्वाधिक है।

IMD के अनुसार यह सामान्य औसत से 77% अधिक है।

लगातार वर्षा के कारण धान, मक्का, ग्वार और कपास की फसलों को नुकसान की आशंका बढ़ी है — विशेषकर श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ में।


जिला प्रमुख स्थिति

धौलपुर 8 मकान गिरे, SDRF सक्रिय, चंबल उफान पर
जयपुर कच्चा मकान गिरा, सड़कें जलमग्न
भरतपुर दीवार गिरने से चोटें, स्कूल बंद
श्रीगंगानगर में कई मकान ढहे, 95 मिमी वर्षा, भारी जलभराव
झुंझुनूं 100 मिमी वर्षा, यातायात प्रभावित
भीलवाड़ा ग्रामीण इलाकों में पानी भराव
सीकर-चुरू ऑरेंज अलर्ट, मध्यम से भारी वर्षा


आगामी पूर्वानुमान

अगले 48 घंटों में राजस्थान के कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान।

3 अगस्त से नया मानसूनी सिस्टम सक्रिय हो सकता है — जिससे पूर्वी व उत्तरी राजस्थान (श्रीगंगानगर, बीकानेर, हनुमानगढ़ आदि) में वर्षा फिर तीव्र हो सकती है।

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