आज यानी 6 अगस्त को, सेंट्रल कमांड हॉस्पिटल (HQ Central Command) में एक महीने तक चलने वाला “महिला कार्डियक हेल्थ कैंप” शुरू हुआ। इसे आर्मी वूमन वेलफेयर एसोसिएशन और मेडिकल ब्रांच ने आयोजित किया है। शिविर का उद्देश्य महिलाओं में हृदयरोग से जुड़ी जागरूकता बढ़ाना, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने को प्रेरित करना और शुरुआती पहचान करने हेतु व्यापक स्क्रीनिंग प्रदान करना है। उद्घाटन सेशन में एक हेल्थ लेक्चर दी गई और निरंतर स्वास्थ्य जांच और परामर्श की सुविधा भी दी गई है ।

राजस्थान में मॉस्कीटो‑बोर्न वायरस का खतरा
राजस्थान सरकार ने हाल में भारी वर्षा के बाद राज्य के जिलों—विशेषकर अजमेर, जोधपुर और जैसलमेर—में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के बढ़ते जोखिम को ध्यान में रखते हुए ‘स्वस्थ्य दल आपके द्वार’ अभियान शुरू किया है। door-to-door सर्वे कर मच्छर जनित रोगों के जोखिम क्षेत्रों की पहचान की जा रही है, साथ ही एंटी-लेरियाव, ओआरएस व क्लोरीन टैबलेट वितरण, तथा आवश्यक मेडिकल किट्स उपलब्ध कराई गई हैं। अब तक 2025 में राज्य में 570 डेंगू, 461 मलेरिया और 184 चिकनगुनिया के मामले सामने आए हैं—लेकिन कोई मृत्यु नहीं दर्ज हुई है। अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है लेकिन सतर्कता बरतना आवश्यक है ।
मुख्य चिकित्सा स्टाफ की गैर-मौजूदगी पर छानबीन
भोपाल के CMHO (Chief Medical and Health Officer) डॉ. मनीष श्रीवास्तव की अगुआई में छह सरकारी अस्पतालों में हुए अचानक निरीक्षण में 34 डॉक्टर और 107 अन्य स्टाफर्स अनुपस्थित पाए गए। सुबह 9‑10 बजे की चेकिंग में गैर-हाजिरी वालों को नोटिस जारी किए गए, जिनमें से कई पर गतिविधियों की कमी के चलते भविष्य में सजग रहने की चेतावनी दी गई। अब हस्तक्षेप के तौर पर वीडियो-कॉल आधारित हाजिरी प्रणाली लागू करने और अस्पतालों में कार्य समय सहित संपर्क विवरण बोर्ड पर स्पष्ट तरीके से पदस्थ करने का आदेश दिया गया है ।
तमिलनाडु: ‘Nallam Kaakkum Stalin’ विशेषज्ञ शिविर शुरू
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने “Nallam Kaakkum Stalin” नामक एक छह महीने वाले स्वास्थ्य शिविर कार्यक्रम की शुरुआत की। हर शनिवार जिले भर में १,२५६ शिविरों में विविध चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी जिसमें ECG, ECHO, अल्ट्रासाउंड, X‑रे और अन्य जांच शामिल हैं। यह योजना 40 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों, गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं, मानसिक स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों, दिव्यांगों और पिछड़े जनजातीय समूहों को लक्षित करती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सार्वजनिक भलाई हेतु बेहद ज़रूरी पहल है, एवं इसे मरीज नहीं बल्कि “medical beneficiaries” समझकर सेवा दें ।
गुजरात में सिकल सेल रोग का उच्च प्रसार
लोकसभा में पेश आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2025 तक गुजरात सिकल सेल एनिमिया मामलों की संख्या में तीसरे स्थान पर है, जहां 28,178 मरीज पंजीकृत हैं। इनमें से लगभग 90% रोगी अनुसूचित जनजातियों एवं विशेष रूप से सबसे संवेदनशील जनजातीय समूह (PVTG) से आते हैं—यह किसी भी राज्य में सबसे अधिक हिस्सेदारी है। राष्ट्रीय Sickle Cell Anaemia Elimination मिशन (NSCAEM) के तहत जीवनशैली, पोषण, विवाह और प्रजनन सलाह दी जाती है तथा आनुवांशिक संरचना के अध्ययन पर भी काम चल रहा है ।
तामिलनाडु में किडनी रैकेट का पर्दाफाश
तमिलनाडु में प्रैम्बलुर और त्रिची के दो निजी अस्पतालों—Dhanalakshmi Srinivasan Institute of Medical Sciences और Cethar Hospital—की अवैध किडनी ट्रांसप्लांट लाइसेंस निलंबित कर दी गई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग की एक जांच समिति ने गरीबी, दबाव और निजी अस्पतालों की लालच से संचालित किडनी रैकेट का खुलासा किया। यह रैकेट एक सुव्यवस्थित नेटवर्क के जरिए संचालित हो रहा था। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस तरह की गतिविधियों की चेतावनी वर्ष 2010 से थी, लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई थी ।
ऑर्गन डोनेशन जागरूकता अभियान – महाराष्ट्र
महाराष्ट्र सरकार ने 3 से 15 अगस्त तक राज्यव्यापी अंगदान जागरूकता अभियान शुरू किया है। स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबितकर ने इसके तहत विभागीय व जिला‑स्तरीय आयोजन, अंगदाता परिवारों का सम्मान और स्वतंत्रता दिवस पर विशेष कार्यक्रम शामिल हैं। इस पहल का उद्देश्य अंगदान के प्रति सोच बदलना और सार्वजनिक भरोसे को बढ़ाना है ।
पंजाब ग्राउंडवाटर में यूरेनियम और फ्लोराइड का जोखिम
पंजाब और चंडीगढ़ मानवाधिकार आयोग ने स्वो मौटू आधार पर केंद्रीय भूजल बोर्ड से रिपोर्ट मांगी है क्योंकि राज्य में लगभग एक‑तिहाई भूजल नमूनों में यूरेनियम स्तर सुरक्षित सीमा (0.03 mg/L) से ऊपर पाए गए। अन्य प्रदूषकों—फ्लोराइड (13.8%), नाइट्रेट (12.6%) और आर्सेनिक (4.8%)—की मात्रा भी चिंताजनक है। इनसे गुर्दे एवं अन्य अंगों पर दीर्घकालिक प्रभाव हो सकते हैं। आयोग ने नौबत तक रिपोर्ट मांगी है एवं संसद में भी मामला उठाया जा चुका है ।
भारत में वज़न घटाने वाली दवाओं की नई होड़
July 2025 में Reuters की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में Novo Nordisk की Wegovy और Eli Lilly की Mounjaro जैसी वजन घटाने वाली ड्रग्स का तेजी से बाज़ार बन रहा है। obesity दर भारत में बढ़ने की वजह से यह उपकरण खासकर शहरों की मध्यवर्गीय आबादी में लोकप्रिय हो रही हैं। हालांकि इनके मूल्य ज्यादा हैं, पर जल्द पेंटेंट समाप्त होने पर Sun Pharma, Cipla जैसे घरेलू ब्रांड जनरिक संस्करण लॉन्च करने वाले हैं। इसकी पहुँच एवं वास्तविक प्रभाव को लेकर अभी कुछ सवाल उठ रहे हैं ।
प्रमुख निष्कर्ष और सिफारिश
प्रिवेंटिव हेल्थ प्वाइंट: महिला कार्डियक शिविर और तमिलनाडु के मासिक हेल्थ शिविर बतलाते हैं कि सार्वजनिक स्वास्थ्य जागरूकता और स्क्रीनिंग पहल ज़रूरी है।
निगरानी और जवाबदेही: भोपाल स्थित गैर उपस्थिति की घटना सुधारात्मक कदमों—जैसे वीडियो हाजिरी—की मांग करती है।
प्रदूषण स्वास्थ्य पर खतरा: भूजल प्रदूषण और मॉस्कीटो रोग सचेत करता है कि पर्यावरणीय स्वास्थ्य जोखिमों पर तुरंत प्रतिक्रिया जरूरी है।
जागरूकता एवं नैतिकता: अंगदान अभियान और अवैध किडनी रैकेट की जांच दर्शाती है कि मानव तस्करी व नैतिक गतिविधियों की रोकथाम हेतु मजबूत नीति एवं सार्वजनिक समर्थन अत्यावश्यक है।