Latest Stories

देश

भारतीय रेलवे ने नई वंदे भारत ट्रेन सेवाओं के साथ गति और सुविधा में बढ़ाया कदम

1 Mins read

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने देशभर में यात्री सुविधाओं और हाई-स्पीड यात्रा को बढ़ावा देने के लिए नई पहल की घोषणा की है। इसके तहत कई रूट्स पर वंदे भारत एक्सप्रेस की नई सेवाएं शुरू की जा रही हैं, जो तेज़, सुरक्षित और आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी। यह कदम रेलवे के उस लक्ष्य की दिशा में है जिसमें अगले कुछ वर्षों में प्रमुख रूट्स पर यात्रा समय को काफी हद तक कम करना शामिल है।

रेल मंत्रालय के अनुसार, इस बार शुरू की जाने वाली नई वंदे भारत सेवाओं में उत्तरी, पश्चिमी और दक्षिणी भारत के प्रमुख शहरों को जोड़ा जाएगा। इन ट्रेनों में अत्याधुनिक सेमी-हाई-स्पीड तकनीक का उपयोग किया गया है, जिससे 160 किमी प्रति घंटा तक की रफ्तार संभव होगी। साथ ही, कोच डिज़ाइन में भी कई सुधार किए गए हैं, जैसे कि बेहतर सीटिंग अरेंजमेंट, अत्याधुनिक इंफोटेनमेंट सिस्टम, और यात्रियों की सुरक्षा के लिए आधुनिकतम सेंसर टेक्नोलॉजी।

नई रूट्स और सुविधाएं

नई वंदे भारत सेवाओं के तहत दिल्ली-लखनऊ, मुंबई-इंदौर, चेन्नई-बेंगलुरु, और जयपुर-अहमदाबाद रूट पर विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। इन रूट्स पर यात्रा समय में औसतन 30% तक की कमी आएगी। उदाहरण के तौर पर, दिल्ली से लखनऊ का सफर जो पहले लगभग 6 घंटे लेता था, अब महज 4 घंटे 15 मिनट में पूरा होगा।

रेलवे ने बताया कि नई वंदे भारत ट्रेनों में यात्रियों के आराम को ध्यान में रखते हुए एर्गोनॉमिक सीट्स, 180 डिग्री रोटेटेबल चेयर, ऑटोमेटिक स्लाइडिंग डोर्स और टच-फ्री सुविधाएं उपलब्ध होंगी। हर कोच में आधुनिक सीसीटीवी कैमरे और इमरजेंसी कम्युनिकेशन सिस्टम लगाए जाएंगे।

पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता

रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि वंदे भारत ट्रेनें न केवल तेज़ और आरामदायक हैं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल हैं। इन ट्रेनों में ऊर्जा दक्ष प्रणालियों का उपयोग किया गया है, जिससे प्रति यात्री कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी। साथ ही, ट्रेन की ब्रेकिंग सिस्टम से बचाई गई ऊर्जा को दोबारा इस्तेमाल करने की तकनीक भी जोड़ी गई है।

यात्रियों की प्रतिक्रिया

यात्रियों और रेलवे प्रेमियों के बीच वंदे भारत सेवाओं को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है। पिछले कुछ वर्षों में जिन रूट्स पर ये ट्रेनें शुरू हुई हैं, वहां यात्री संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। दिल्ली-वाराणसी और मुंबई-गांधीनगर रूट पर चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस ने रिकॉर्ड समय में लोकप्रियता हासिल की थी।

रेलवे का डिजिटल अपग्रेड

भारतीय रेलवे केवल ट्रेनों की गति ही नहीं बढ़ा रहा है, बल्कि पूरे नेटवर्क को डिजिटल और स्मार्ट बनाने की दिशा में भी काम कर रहा है। रेलवे स्टेशनों पर अब हाई-स्पीड वाई-फाई, एआई-आधारित निगरानी प्रणाली, और ऑटोमेटिक टिकटिंग मशीनों का विस्तार किया जा रहा है। इसके साथ ही, यात्रियों के लिए मोबाइल ऐप में रीयल-टाइम ट्रेन लोकेशन, सीट उपलब्धता और कैटरिंग ऑर्डर करने जैसी सुविधाएं भी जोड़ी गई हैं।

प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कहा था कि वंदे भारत ट्रेनें भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर और तकनीकी क्षमता का प्रतीक हैं। उन्होंने इसे ‘नए भारत की गति और प्रगति का प्रतीक’ बताते हुए कहा कि आने वाले समय में यह सेवा देश के हर बड़े शहर तक पहुंचेगी।

भविष्य की योजना

रेल मंत्रालय की योजना है कि 2030 तक देशभर में 400 से अधिक वंदे भारत ट्रेनें चलाई जाएं। इसके लिए मेक इन इंडिया पहल के तहत देश में ही कोच निर्माण संयंत्रों का विस्तार किया जा रहा है। साथ ही, रेलवे हाई-स्पीड बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को भी समय से पूरा करने की दिशा में काम कर रहा है।

error: यह कंटेंट IndiaFileStory.com द्वारा सुरक्षित है | कॉपी करना मना है।