अमेरिका के सिएटल शहर में स्थित ऐतिहासिक लैंडमार्क स्पेस नीडल पर पहली बार भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया गया। यह अवसर भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम का हिस्सा था।
भारतीय प्रवासी समुदाय की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम ने वहां मौजूद हर भारतीय के दिल को गौरवान्वित कर दिया। माना जा रहा है कि इस कदम से अमेरिका में भारत की सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान और अधिक सशक्त होगी।

भारत–चीन वार्ता: सीमा विवाद सुलझाने की कोशिश
भारत और चीन के बीच लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद पर वार्ता को नया आयाम देने के लिए चीन के विदेश मंत्री वांग यी अगले सप्ताह भारत का दौरा करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान उनकी मुलाकात विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल से होगी। बातचीत का मुख्य एजेंडा वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर शांति और स्थिरता बनाए रखना होगा। यह दौरा दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों में सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
अमेरिका में ट्रम्प का विवादित बयान
अमेरिका की राजनीति एक बार फिर सुर्खियों में है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उस प्रस्ताव का समर्थन किया है, जिसमें यूक्रेन को डोनबास क्षेत्र छोड़ने की शर्त रखी गई है।
ट्रम्प के इस बयान ने पश्चिमी देशों में चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह रुख अमेरिका की पारंपरिक विदेश नीति से अलग है और आने वाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय कूटनीति पर गहरा असर डाल सकता है।
इसी बीच, वेस्ट वर्जीनिया प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनज़र अपने 300 से अधिक नेशनल गार्ड सैनिकों को वाशिंगटन डी.सी. भेजने का निर्णय लिया है। यह कदम अमेरिकी राजनीति में बढ़ते तनाव को दर्शाता है।
यूक्रेन की सक्रिय भागीदारी की तैयारी
अमेरिका और रूस की हालिया अलास्का शिखर वार्ता के बाद अब यूक्रेन को भी सीधे संवाद में शामिल करने की कोशिश हो रही है। 17 अगस्त को अमेरिकी राष्ट्रपति और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की की मुलाकात प्रस्तावित है।
विश्लेषकों का मानना है कि यह मुलाकात भविष्य में शांति प्रक्रिया को दिशा दे सकती है और यूक्रेन की भागीदारी सुनिश्चित कर सकती है। यूरोपीय संघ और नाटो से जुड़े कई देशों ने भी सुरक्षा गारंटी पर ज़ोर दिया है।