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आज की बारिश: देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बरसात से जनजीवन प्रभावित, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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देश के कई राज्यों में आज यानी 12 अगस्त 2025, भारी बारिश ने दस्तक दी है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया कि कई इलाकों में बौछारों के साथ-साथ बिजली गिरने और तेज़ आंधी का भी खतरा बना हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह मानसून का प्रभावी दौर है, जो इस बार औसतन से अधिक सक्रिय रहा है।

पूरे देश में मानसून की सक्रियता

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस साल मानसून सामान्य से कुछ अधिक सक्रिय है, जिसके कारण अलग-अलग राज्यों में भारी बारिश हो रही है। पश्चिमी भारत के महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान के साथ-साथ पूर्वी और उत्तरी भारत के बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और बंगाल जैसे राज्यों में आज तेज़ बारिश के चलते कई इलाकों में जलजमाव की समस्या देखी जा रही है।

विशेष रूप से मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में आज सुबह से ही बारिश जारी है, जिससे कई इलाकों में ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है। मुम्बई के कई इलाकों में निचले इलाकों में पानी भर गया है, जिससे लोगों को आवागमन में दिक्कत हो रही है।

मौसम विभाग का अलर्ट और सलाह

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आज सुबह विभिन्न राज्यों के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और गुजरात में अगले 24 घंटों के दौरान तेज़ बारिश होने की संभावना है। साथ ही, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

मौसम विभाग ने आम जनता से आग्रह किया है कि वे अचानक बाढ़, बिजली गिरने, और तेज़ हवाओं से सतर्क रहें। जरूरत पड़ने पर स्थानिय प्रशासन की सहायता लें और अनावश्यक बाहर निकलने से बचें। खासकर पहाड़ी और निचले इलाकों में रहने वाले लोग सावधानी बरतें।

जनजीवन पर प्रभाव

बारिश के कारण न केवल लोगों के रोजमर्रा के काम प्रभावित हुए हैं, बल्कि कृषि कार्यों में भी मदद मिली है। किसान इस बारिश से खुश हैं क्योंकि इससे फसलों को जरूरी नमी मिली है, जो आने वाले समय में उत्पादन बढ़ाने में सहायक होगी।

हालांकि, कई शहरों में जलभराव के कारण स्कूल-कॉलेज बंद हो गए हैं और ऑफिसों में कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दी गई है। मेट्रो, बस सेवाओं में देरी देखी गई है और कई मार्ग बंद कर दिए गए हैं।

विशेष रूप से राजधानी दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में भी दिनभर हल्की से मध्यम बारिश जारी रही, जिससे प्रदूषण स्तर में गिरावट देखी गई। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार मानसून ने प्रदूषण कम करने में भी मदद की है।

बाढ़ की आशंका और बचाव के उपाय

कुछ राज्यों में बाढ़ की आशंका बढ़ने के कारण बचाव कार्य तेज़ कर दिए गए हैं। स्थानीय प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की योजना बनाई है। राहत शिविरों में पर्याप्त खाने-पीने का इंतजाम किया गया है और मेडिकल टीमों को तैनात किया गया है।

मौसम विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि बारिश के दौरान नाले और नदियों के किनारे जाने से बचना चाहिए। साथ ही, बारिश के पानी को पीने या अन्य घरेलू उपयोग के लिए उपयोग करने से पहले साफ करने की सलाह दी गई है।

भविष्य का पूर्वानुमान

मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक मानसून सक्रिय रहेगा और कई राज्यों में बारी-बारी से बारिश होती रहेगी। अगले सप्ताह मध्य भारत और पूर्वी राज्यों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है, जिससे तापमान में कमी आ सकती है।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार मानसून की सक्रियता से फसलों की अच्छी पैदावार होगी, लेकिन अत्यधिक बारिश से बाढ़ और नुकसान का खतरा भी बना रहेगा। इसलिए सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है।

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