Jane Street बनाम SEBI: हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग फर्म ने भारत के बाजार नियामक के खिलाफ केस दर्ज किया
अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी Jane Street ने Securities and Exchange Board of India (SEBI) के खिलाफ Securities Appellate Tribunal (SAT) में मामला दायर किया है। यह कदम SEBI द्वारा लगाए गए मार्केट मैनिपुलेशन के आरोपों के बाद उठाया गया।
SEBI ने 4 जुलाई को Jane Street पर भारत के प्रमुख इंडेक्स को मैनिपुलेट करने का आरोप लगाया और उसे अस्थायी रूप से भारतीय बाजार से बाहर कर दिया।

SEBI ने 21 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा था, लेकिन यह अवधि समाप्त हो चुकी है। Jane Street का दावा है कि SEBI ने ज़रूरी दस्तावेज़ नहीं प्रदान किए, जो उन्हें बचाव में मददगार होते ।
Jane Street की दलील:
केस में फर्म ने SAT से मांग की है कि SEBI उन्हें “प्रतिरक्षा संबंधी दस्तावेज़ और डेटा” उपलब्ध कराए, क्योंकि ये तथ्यों की पुष्टि या खंडन के लिए जरूरी हैं।
Jane Street का कहना है — “ये दस्तावेज़ निस्संदेह प्रासंगिक हैं” ।
जांच का महत्व:
यह मामला भारत में विदेशी निवेशकों व नियामक कार्रवाई के बीच संतुलन की चुनौतियों को उजागर करता है।
यदि Jane Street को आवश्यक सामग्री नहीं मिलती, तो इस से न्याय प्रक्रिया में पारदर्शिता और निवेशकों का विश्वास प्रभावित हो सकता है।
ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट में सुरक्षा बलों का सम्मान—नक्सल विरोधी अभियान में सफलता
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में CRPF, छत्तीसगढ़ पुलिस, DRG, और कोबरा बल के जवानों को सम्मानित किया। यह सम्मान “ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट” की सफलता की मान्यता है, जिसे अब तक का सबसे बड़ा नक्सल विरोधी अभियान बताया गया है ।
अभियान की मुख्य बातें:
यह अभियान कर्रेगुट्टालु पहाड़ी क्षेत्र में चला, जहाँ सशस्त्र जवानों ने नक्सलियों के बेस कैंप, मैटीरियल डंप और सप्लाई चैन पर निशाना साधा।
अभियान का उद्देश्य था नक्सलियों की बुनियादी रणनीतिक ढांचा को तहस-पहस कर देना—जिसमें उन्होंने भारी सफलता पाई।
अमित शाह के शब्द:
श्री शाह ने जवानों के साहस और निर्णायक कार्यों की प्रशंसा करते हुए इसे नक्सल विरोधी संघर्ष में एक महत्वपूर्ण अध्याय बताया।
उन्होंने कहा कि इस अभियान से न केवल सुरक्षा बलों की कार्यप्रणाली प्रभावित हुई, बल्कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास और प्रशासनिक गतिविधियों को गति मिली और स्थानीय जनता का विश्वास मजबूत हुआ।
सरकार ने मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद से मुक्त करने का लक्ष्य भी दोहराया ।
IIT कानपुर में लॉन्च हुआ “डीपटेक भारत 2025”: देश की पहली राष्ट्रीय डी-टेक सम्मेलन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में IIT कानपुर में “डीपटेक भारत 2025” सम्मेलन का शुभारंभ किया गया—यह भारत का पहला राष्ट्रीय डी-टेक सम्मेलन है ।
सम्मेलन की रूपरेखा:
इस कार्यक्रम में DRDO, ISRO, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय समेत 200 से अधिक वेंचर कैपिटल कंपनियां शामिल हुईं।
इसका उद्देश्य था भारत को दीप टेक्नोलॉजी (Deep Tech) जैसे AI, सेमीकंडक्टर, क्वांटम टेक्नोलॉजी, स्पेस टेक्नोलॉजी, और बायोसाइंसेज में वैश्विक अग्रणी बनाना।
प्रमुख पहल:
डीपटेक पॉलिसी 2035 की घोषणा की गई, जो अगले दशक तक देश की तकनीकी दिशा को रेखांकित करेगी।
डीपटेक एक्सेलेरेटर और AI को-पायलट जैसी प्रौद्योगिकीय पहल भी लॉन्च की गईं, ताकि स्टार्टअप्स और युवा वैज्ञानिकों को अवसर मिल सकें।
इस पहल का एक बड़ा लक्ष्य है—उत्तर प्रदेश को “डीपटेक-रेडी” राज्य बनाना, जिससे छोटे शहरों के इंजीनियरों और स्टार्टअप्स को भी लाभ पहुंचे।