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भारत बना iPhone निर्यात का नया केंद्र , तकनीकी दुनिया की बड़ी खबरें

तकनीक की दुनिया में हर दिन एक नई शुरुआत होती है। 28 मई 2025 को भी वैश्विक तकनीकी परिदृश्य में कई अहम घटनाएं सामने आईं, जो न केवल भविष्य के इनोवेशन को दिशा दे रही हैं, बल्कि वैश्विक राजनीति, रोजगार, और सामाजिक संरचना पर भी प्रभाव डाल रही हैं। आज की तारीख में भारत से लेकर अमेरिका और अंतरिक्ष से लेकर स्वास्थ्य क्षेत्र तक, तकनीक हर जगह अपने पंख फैला रही है। आइए, आज की कुछ प्रमुख तकनीकी खबरों पर एक विस्तृत नज़र डालते हैं।

भारत बना iPhone निर्यात का नया केंद्र
भारत ने एक बार फिर साबित किया है कि वह वैश्विक तकनीकी आपूर्ति श्रृंखला में बड़ी भूमिका निभा सकता है। अप्रैल 2025 में भारत से अमेरिका को iPhone का निर्यात $1.5 बिलियन को पार कर गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 76% अधिक है। इस तेज़ी ने भारत को चीन से आगे निकाल दिया है, जो अब तक Apple के लिए मुख्य आपूर्तिकर्ता था।
Apple की ‘मेक इन इंडिया’ रणनीति, भारत सरकार की PLI (Pro­duc­tion Linked Incen­tive) स्कीम और वैश्विक कंपनियों के चीन से बाहर विकल्प खोजने के प्रयास इस बदलाव के पीछे प्रमुख कारण हैं। यह कदम भारत में रोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा देगा और देश को तकनीकी विनिर्माण हब बनने की ओर अग्रसर करेगा।
AI का बढ़ता प्रभाव और युवा नौकरी तलाशने वालों की मुश्किलें
एक नई रिपोर्ट के अनुसार, 2019 से 2025 के बीच प्रमुख तकनीकी कंपनियों द्वारा फ्रेश ग्रेजुएट्स की नियुक्ति दर 50% तक घट गई है। Sig­nal­Fire की इस रिपोर्ट में बताया गया कि पहले जहां 15% हायरिंग फ्रेशर्स की होती थी, अब यह घटकर केवल 7% रह गई है।
इस गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) है, जो अब कोडिंग, डाटा एनालिसिस और यहां तक कि कस्टमर सपोर्ट जैसे क्षेत्रों में भी मानव संसाधनों की जगह ले रहा है। यह बदलाव आने वाले वर्षों में जॉब मार्केट की संरचना को पूरी तरह से बदल सकता है।
सैमसंग की अगली पीढ़ी की कूलिंग तकनीक
दुनिया की अग्रणी टेक कंपनी सैमसंग ने Johns Hop­kins Applied Physics Lab के साथ मिलकर एक नई Pelti­er कूलिंग तकनीक विकसित की है। यह तकनीक रेफ्रिजरेंट‑फ्री, थिन‑फिल्म बेस्ड कूलिंग सिस्टम पर आधारित है, जो अधिक टिकाऊ और ऊर्जा-कुशल है।
यह आविष्कार विशेष रूप से स्मार्टफोन, लैपटॉप और अन्य पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए क्रांतिकारी साबित हो सकता है। इससे न केवल उपकरणों की परफॉर्मेंस बेहतर होगी, बल्कि पर्यावरणीय नुकसान को भी काफी हद तक कम किया जा सकेगा।
एलन मस्क और मंगल मिशन की उलटी गिनती
SpaceX के सीईओ एलन मस्क ने 27 मई को होने वाला मंगल मिशन संबोधन स्थगित कर 28 मई की सुबह तक के लिए पुनर्निर्धारित किया। इस संबोधन को लेकर तकनीकी जगत में काफी उत्सुकता बनी हुई है, क्योंकि इसमें मानव मिशन के रोडमैप और संभावित तारीखों की घोषणा की जा सकती है।
मंगल पर मानव बस्ती बसाने की SpaceX की योजना अब फैंटेसी नहीं रही, बल्कि तकनीकी दृष्टिकोण से संभव होती दिख रही है। यह घोषणा अंतरिक्ष विज्ञान और निजी स्पेस एजेंसियों के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है।
अमेरिका के टेक्सास राज्य में बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा पर नया कानून
टेक्सास सरकार ने बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर एक नया कानून पारित किया है, जो 1 जनवरी 2026 से लागू होगा। इसके तहत ऐप स्टोर्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि 18 वर्ष से कम आयु के उपयोगकर्ताओं के लिए उनके अभिभावकों से स्पष्ट अनुमति ली जाए।
यह कदम Apple, Google और Meta जैसे दिग्गजों पर गहरी नीति-संबंधी ज़िम्मेदारी डालेगा और डिजिटल दुनिया में बच्चों की गोपनीयता और मानसिक स्वास्थ्य की सुरक्षा को प्राथमिकता देगा।
Exo को मिला $100M निवेश – AI आधारित अल्ट्रासाउंड में क्रांति
कैलिफोर्निया स्थित हेल्थटेक स्टार्टअप Exo ने एक बड़ा मील का पत्थर हासिल किया है। कंपनी को AI‑पावर्ड पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड तकनीक के विस्तार के लिए $100 मिलियन का निवेश प्राप्त हुआ है। इस निवेश में Sam­sung Ven­tures सहित कई प्रमुख निवेशक शामिल हैं।
इस तकनीक की मदद से दूर‑दराज के इलाकों में भी उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधा पहुंचाई जा सकेगी। यह विशेष रूप से विकासशील देशों के लिए बड़ी राहत साबित हो सकती है, जहां हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर की पहुंच सीमित है।
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